सुल्तानपुर : जिला प्रशासन की दोयम नीति से पत्रकारों में आक्रोश, जिला प्रशासन की विज्ञप्ति का होगा बहिष्कार

सुल्तानपुर : जिला प्रशासन की दोयम नीति से पत्रकारों में आक्रोश, जिला प्रशासन की विज्ञप्ति का होगा बहिष्कार


वीआईपी कार्यक्रम का पास न बनने से पत्रकारों में आक्रोश, बैठक में निंदा प्रताव पारित


सुल्तानपुर।
इन्द्रनारायन तिवारी
तहलका 24x7
               मंगलवार को आयोजित मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया एवं महज तीन छायाकारों को पास जारी किया गया। अधिकांश पत्रकारों को पास से वंचित कर दोयम दर्जे का कृत्य करने से प्रिंट मीडिया समेत अधिकांश पत्रकारों में जिला प्रशासन के प्रति गहरा आक्रोश है। बुधवार को प्रेसक्लब में विभिन्न पत्रकार संगठनों की एक आपात बैठक हुई जिसमें सर्वसम्मति से निन्दा प्रस्ताव पारित किया गया। बैठक में सहमति बनी कि जिला प्रशासन की प्रेस वार्ता एवं गुडवर्क से सम्बंधित प्रेषित विज्ञप्ति को भी छापने से परहेज किया जायेगा।

उल्लेखनीय है मंगलवार को अमहट में नवनिर्मित पुलिस प्रशिक्षण सेंटर का उद्घाटन करने के लिए सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ का कार्यक्रम निर्धारित हुआ। सब कुछ चाक चौबंद दिखे इसके लिए जिम्मेदार अफसरानों ने कमर कस ली। लाल कारपेट बिछा कर जिला प्रशासन अपने चश्में से ऑल इज़ वेल दिखाने के लिए कसरत शुरू कर दिया। इसी क्रम में सोमवार को सूचना विभाग के माध्यम से स्वयं जिलाधिकारी ने पत्रकारों को आमंत्रित कर प्रेसवार्ता बुलाई। जिसमे यह भी तय हुआ कि वीआईपी कार्यक्रम में एवं असुविधा से बचने के लिए पत्रकारों के लिए 'पास' जारी किया जाएगा। देर शाम फिर अचानक सूचना विभाग की ओर से सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री श्री योगी के कार्यक्रम में समयाभाव का हवाला देते हुए प्रेसवार्ता का कार्यक्रम निरस्त कर दिए जाने की सूचना पत्रकारो को दी गई।


मामले में विवादित मोड़ तब आया जब मंगलवार को महज तीन अखबारों के छायाकारों समेत कुछ चुनिंदा चैनलों के कर्मियों का पास बना दिया गया। इतना ही नही उपहास की पराकष्ठा तो यह कि जनपद के प्रमुख समाचारों के प्रतिनिधि समेत  शासन से मान्यता प्राप्त पत्रकारों को भी पास से वंचित कर दिया गया। परिणामस्वरूप जिला प्रशासन के इस कृत्य से पत्रकारों में उबाल आ गया। हद तो तब हो गई जब देश के एक स्वघोषित समाचार पत्र के संवादसूत्र को बिना पास के ही कार्यक्रम स्थल तक प्रवेश करा दिया गया।संबंधित जिम्मेदार अधिकारियों के इस दोहरी मानसिकता की चाल से जिले के सभी पत्रकार सगठनों ने एकजुट होकर बुधवार को प्रेसक्लब में एक आपात बैठक कर न सिर्फ जिला प्रशासन के प्रति निंदा प्रस्ताव पारित किया बल्कि निर्णय लिया कि जिला प्रशासन की ओर से आयोजित होने वाली सभी प्रेसवार्ता का बहिष्कार किया जाएगा। इतना ही नही गुडवर्क से संबन्धित प्रेस विज्ञप्तियों के प्रकाशन से परहेज होगा।

 बैठक में सहायक सूचना अधिकारी महेंद्र कुमार, यूपी जर्नलिस्टस एशोसिएशन की ओर से अनुराग द्विवेदी, महामंत्री इन्द्र नारायण तिवारी, पत्रकार संघ के अध्यक्ष डॉ अवधेश शुक्ला, श्रमजीवी पत्रकार एवं भारतीय ग्रामीण पत्रकार संघ के अध्यक्ष द्वय डॉ अशोक मिश्र, नीरज तिवारी, सत्तार, विनोद पाठक, नरेंद्र द्विवेदी, राकेश तिवारी, पंकज पांडेय, सतीश तिवारी, विजय पांडेय, सतीश पांडेय, ज्ञानेंद्र तिवारी, ब्रजेश उपाध्याय, विजय विद्रोही, सुनील राठौर, करुणाशंकर समेत इलेक्ट्रॉनिक एवं प्रिंट मीडिया के दर्जनों पत्रकार मौजूद रहे।बैठक की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार एवं उपजा के संरक्षक मनोराम पांडेय ने किया।

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